Yeshu Hi Kyu?
Understand and explain the core truths about Jesus Christ.
बाइबल सिखाती है कि उद्धार का अर्थ है 'बचाया जाना'। यह हमें पाप के दंड (अनंत मृत्यु) और उसकी शक्ति से बचाता है। हम सबने पाप किया है और परमेश्वर की महिमा से रहित हैं (रोमियों 3:23), और पाप की मजदूरी मृत्यु है। हम अपने अच्छे कर्मों से खुद को नहीं बचा सकते। इसलिए, परमेश्वर ने अपने प्रेम के कारण अपने इकलौते पुत्र, यीशु को भेजा, ताकि वह हमारे पापों के लिए क्रूस पर मरें। उद्धार एक मुफ्त उपहार है जो हमें यीशु मसीह पर विश्वास करने के द्वारा मिलता है, न कि हमारे कामों के द्वारा।
"मैं ही मार्ग और सच्चाई और जीवन हूँ; बिना मेरे द्वारा कोई पिता के पास नहीं पहुँच सकता।"
यूहन्ना 14:6
सरल शब्दों में (In Simple Terms)
यीशु ने यह दावा नहीं किया कि वह एक रास्ता 'दिखाते' हैं, बल्कि यह कि वह स्वयं 'ही' रास्ता हैं। यह एक विशेष दावा है जो उन्हें सभी धर्मगुरुओं से अलग करता है। वह परमेश्वर तक पहुँचने का एकमात्र ज़रिया हैं।
"और किसी दूसरे के द्वारा उद्धार नहीं; क्योंकि स्वर्ग के नीचे मनुष्यों में और कोई दूसरा नाम नहीं दिया गया, जिसके द्वारा हम उद्धार पा सकें।"
प्रेरितों के काम 4:12
सरल शब्दों में (In Simple Terms)
यह वचन स्पष्ट करता है कि उद्धार केवल यीशु के नाम में है। यह कोई संकीर्ण विचार नहीं है, बल्कि एक दिव्य घोषणा है कि परमेश्वर ने मानव जाति के उद्धार के लिए केवल एक ही मार्ग प्रदान किया है।
"परन्तु परमेश्वर हम पर अपने प्रेम की भलाई इस रीति से प्रगट करता है, कि जब हम पापी ही थे तभी मसीह हमारे लिये मरा।"
रोमियों 5:8
सरल शब्दों में (In Simple Terms)
हमारा उद्धार हमारे अच्छे कर्मों पर आधारित नहीं है। यह परमेश्वर के प्रेम पर आधारित है, जिसने हमारे पापों की कीमत चुकाने के लिए अपने इकलौते पुत्र, यीशु को बलिदान कर दिया। यह एक ऐसा उपहार है जिसे हम केवल विश्वास के द्वारा प्राप्त कर सकते हैं।